नई दिल्ली, 1-2-2025: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज एक बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि अब 12 लाख रुपये तक की सालाना आय वाले लोगों को कोई आयकर नहीं देना होगा। यह फैसला मध्यम वर्ग के लिए एक बड़ी राहत लेकर आया है और इससे करदाताओं की जेब पर कम बोझ पड़ेगा। इस नए नियम को लागू करने के लिए अगले हफ्ते संसद में एक नया आयकर बिल पेश किया जाएगा।
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मुख्य बातें:
- 12 लाख तक की आय पर कोई टैक्स नहीं: अब तक 3 लाख रुपये तक की आय (पुरानी व्यवस्था) और 7 लाख रुपये तक की आय (नई व्यवस्था में छूट के साथ) पर कोई टैक्स नहीं लगता था। लेकिन अब यह सीमा बढ़ाकर 12 लाख रुपये कर दी गई है। इसका मतलब है कि अगर आपकी सालाना आय 12 लाख रुपये तक है, तो आपको आयकर नहीं देना होगा।
- उदाहरण: अगर आप 12 लाख रुपये सालाना कमाते हैं, तो आपको 75,000 रुपये या उससे अधिक की बचत होगी।
- संशोधित रिटर्न दाखिल करने की समय सीमा बढ़ी: वित्त मंत्री ने यह भी घोषणा की कि अब करदाता अपना संशोधित रिटर्न (आईटीआर) 3 साल के बजाय 4 साल के अंदर दाखिल कर सकेंगे। इससे लोगों को अपनी आय को सही तरीके से दिखाने का अधिक समय मिलेगा।
- नया आयकर बिल अगले हफ्ते: इन बदलावों को लागू करने के लिए अगले हफ्ते संसद में एक नया आयकर बिल पेश किया जाएगा। इस बिल में सभी नियम और शर्तें स्पष्ट की जाएंगी।
वित्त मंत्री का बयान 12 लाख तक की आय पर कोई आयकर नहीं:
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि यह फैसला मध्यम वर्ग को राहत देने के लिए लिया गया है। उन्होंने कहा, “यह कदम भारत के करदाताओं को सशक्त बनाएगा और उनकी जेब में अधिक पैसा रखेगा। 12 लाख रुपये तक की आय पर कोई टैक्स नहीं लगने से लोगों की बचत बढ़ेगी और अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।”
लोगों को क्या फायदा होगा?
- मध्यम वर्ग को बड़ी राहत: यह फैसला उन लाखों लोगों के लिए बहुत बड़ी राहत लेकर आया है जो 12 लाख रुपये तक कमाते हैं। अब उन्हें आयकर नहीं देना होगा, जिससे उनकी बचत बढ़ेगी।
- अधिक समय रिटर्न दाखिल करने के लिए: अब लोगों के पास अपना रिटर्न दाखिल करने के लिए 4 साल का समय होगा, जिससे उन्हें किसी भी गलती को सुधारने का मौका मिलेगा।
आगे क्या होगा?
अगले हफ्ते संसद में नया आयकर बिल पेश किया जाएगा। इस बिल में सभी नियम और शर्तें स्पष्ट की जाएंगी। विशेषज्ञों का कहना है कि करदाताओं को इस नई व्यवस्था के बारे में अच्छी तरह से जानकारी लेनी चाहिए और अपने वित्तीय नियोजन को समझदारी से करना चाहिए।
निष्कर्ष: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का यह फैसला मध्यम वर्ग के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। 12 लाख तक की आय पर कोई आयकर नहीं लगने से लाखों लोगों को फायदा होगा और उनकी जेब पर बोझ कम होगा। यह कदम न केवल लोगों की बचत को बढ़ाएगा बल्कि अर्थव्यवस्था को भी मजबूती देगा।
—पीटीआई और विशेषज्ञों के इनपुट्स के साथ