Swati Maliwal resigns as Women Commission Chairperson स्वाति मालीवाल का महिला आयोग अध्यक्ष से इस्तीफा!

स्वाति मालीवाल का महिला आयोग अध्यक्ष से इस्तीफा! राज्यसभा के लिए AAP के टिकट के बाद दिया इस्तीफा

नई दिल्ली : दिल्ली महिला आयोग (DCW) की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। आम आदमी पार्टी (AAP) ने उन्हें राज्यसभा के लिए उम्मीदवार बनाया है, जिसके बाद उन्होंने यह फैसला लिया है। मालीवाल का यह कदम महिला आयोग के इतिहास में पहला है, जब कोई प्रमुख इस तरह से किसी राजनीतिक पद के लिए सीधे चुनाव लड़ने जा रहा है।

आयोग में दमदार कार्यकाल:

मालीवाल ने 2019 में दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख के रूप में कार्यभार संभाला था। उनके कार्यकाल के दौरान आयोग ने महिलाओं के खिलाफ अपराधों से निपटने में एक सक्रिय भूमिका निभाई है। उन्होंने कई हाई-प्रोफाइल मामलों को उठाया है, जिनमें सुल्तानपुरी कांड, हौज खास रेस्टोरेंट में छेड़छाड़ का मामला और हाल ही में गाजियाबाद में एक महिला की हत्या शामिल हैं। मालीवाल ने पीड़ित महिलाओं को न सिर्फ कानूनी सहायता प्रदान की, बल्कि सरकार से लगातार सख्त कार्रवाई की मांग भी की।

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राजनीति में कदम:

आम आदमी पार्टी ने राज्यसभा चुनावों के लिए मालीवाल को उम्मीदवार बनाकर एक बड़ा दांव खेला है। पार्टी को उम्मीद है कि मालीवाल की महिलाओं के प्रति संवेदनशील छवि और उनके काम का रिकॉर्ड उन्हें जीत दिलाएगा। मालीवाल ने भी इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है और राज्यसभा में जाने के लिए अपना इस्तीफा दे दिया है।

इस्तीफे पर प्रतिक्रियाएं:

मालीवाल के इस्तीफे पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आई हैं। कुछ लोगों ने उनके इस कदम की सराहना की है, जबकि कुछ ने आयोग में उनके अधूरे काम की चिंता जताई है। हालांकि, इस बात से कोई इंकार नहीं है कि मालीवाल का यह कदम महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ने के लिए राजनीति के प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने का एक साहसी प्रयास है।

राजनीतिक भविष्य:

राज्यसभा के लिए चुनाव जीतने पर मालीवाल महिलाओं के मुद्दों को राष्ट्रीय स्तर पर उठाने का मौका मिलेगा। वह संसद में महिलाओं के अधिकारों से जुड़े कानूनों को बनाने और लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। हालांकि, उनके सामने कई चुनौतियां भी होंगी, जिनमें से सबसे बड़ी है पार्टी की राजनीति से खुद को दूर रखना और महिलाओं के मुद्दों पर निष्पक्ष रूप से काम करना।

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निष्कर्ष:

स्वाति मालीवाल का इस्तीफा और राज्यसभा चुनाव का फैसला महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। यह देखना होगा कि क्या वह संसद में उसी जज्बे और लगन से काम करेंगी, जिसके लिए वो जानी जाती हैं। उनके भविष्य के कदम महिलाओं के अधिकारों के लिए एक मिसाल कायम कर सकते हैं।

अतिरिक्त जानकारी:

  • मालीवाल का इस्तीफा 4 जनवरी 2024 को स्वीकार कर लिया गया।
  • राज्यसभा के लिए चुनाव 10 फरवरी 2024 को होने हैं।
  • मालीवाल के अलावा, AAP ने राज्यसभा के लिए दो अन्य उम्मीदवारों का भी ऐलान किया है।

यह खबर अभी विकसित हो रही है। हम आपको इस मामले में किसी भी नए अपडेट के बारे में सूचित करते रहेंगे।

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