नई दिल्ली: आम जनता के स्वास्थ्य से हो रहे खिलवाड़ पर राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने खुलकर आवाज उठाई है। उन्होंने बाजार में बढ़ते नकली खाद्य पदार्थों, मिलावटी दूध, नकली पनीर और संतृप्त तेलों (सैचुरेटेड फूड) की बढ़ती बिक्री को लेकर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने सरकार से अपील की है कि जो फैक्ट्रियां नकली खाद्य पदार्थों का निर्माण कर रही हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
स्वाति मालीवाल ने कहा कि आज के समय में लोकल दुकानदार थोड़े से ज्यादा मुनाफे के लिए मिलावटी और नकली खाद्य पदार्थ बेच रहे हैं, जिससे लोगों की सेहत पर गंभीर असर पड़ रहा है। खासकर, पाम ऑयल का अत्यधिक उपयोग स्वास्थ्य के लिए घातक साबित हो रहा है। यह न केवल हृदय रोगों का कारण बनता है बल्कि डायबिटीज जैसी बीमारियों को भी बढ़ावा देता है।
Table of Contents
सरकार से की सख्त कदम उठाने की अपील
स्वाति मालीवाल ने सरकार से मांग की है कि:
- नकली खाद्य उत्पादों की फैक्ट्रियों पर त्वरित छापेमारी की जाए और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
- खाद्य सुरक्षा नियमों को और सख्त किया जाए ताकि मिलावटखोरों को कड़ी सजा मिल सके।
- फूड पैकेजिंग और लेबलिंग पर सख्त निगरानी रखी जाए ताकि ग्राहक को सही जानकारी मिल सके।
- जागरूकता अभियान चलाया जाए जिससे लोग जान सकें कि वे क्या खा रहे हैं और नकली उत्पादों की पहचान कैसे कर सकते हैं।
- दुकानदारों की निगरानी बढ़ाई जाए ताकि वे ग्राहकों को नकली और मिलावटी सामान न बेच सकें।
जनता के लिए चेतावनी
स्वाति मालीवाल ने जनता से अपील की कि वे किसी भी खाद्य पदार्थ को खरीदने से पहले उसके सामग्री (इन्ग्रीडिएंट्स) की जांच करें। विशेष रूप से दूध, पनीर, तेल और पैक्ड फूड्स को खरीदते समय सतर्क रहें। मिलावट से भरे खाद्य पदार्थ न केवल शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि लंबे समय में गंभीर बीमारियों का कारण बनते हैं।
निष्कर्ष
स्वाति मालीवाल की इस पहल से यह साफ हो गया है कि नकली खाद्य पदार्थों पर जल्द से जल्द कार्रवाई की आवश्यकता है। सरकार को इस मामले में गंभीरता दिखानी होगी और जनता को भी सतर्क रहना होगा ताकि वे अपनी और अपने परिवार की सेहत की रक्षा कर सकें।
यह समय है कि हम सभी मिलकर इस अभियान का समर्थन करें और मिलावटी खाद्य पदार्थों को बाजार से खत्म करने में अपनी भूमिका निभाएं।