बॉलीवुड के किंग शाहरुख खान को न सिर्फ भारत में बल्कि पूरी दुनिया में करोड़ों लोग प्यार करते हैं। साल 2009 में शाहरुख खान को मलेशिया के सबसे बड़े नागरिक सम्मान ‘दातुक’ से नवाजा गया। वह यह सम्मान पाने वाले पहले भारतीय और पहले विदेशी अभिनेता हैं। यह सम्मान उनके फिल्म इंडस्ट्री में योगदान और मलेशिया के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए दिया गया।
Table of Contents
शाहरुख खान को ‘दातुक’ क्यों मिला?
शाहरुख खान को यह सम्मान मलेशिया के पर्यटन को बढ़ावा देने और भारतीय सिनेमा को वैश्विक स्तर पर ले जाने के लिए दिया गया। उनकी फिल्म ‘डॉन’ का कुछ हिस्सा मलेशिया में शूट किया गया था, जिसने वहां के पर्यटन को काफी लोकप्रिय बनाया। इस फिल्म के बाद मलेशिया में भारतीय फिल्मों और शाहरुख खान की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी।
मलेशिया और इंडोनेशिया में शाहरुख का क्रेज
मलेशिया और इंडोनेशिया में शाहरुख खान की लोकप्रियता किसी सुपरस्टार से कम नहीं है। उनकी फिल्मों के प्रति दीवानगी इतनी ज्यादा है कि वहां के लोग खास तौर पर हिंदी सीखते हैं ताकि उनकी फिल्मों को बिना सबटाइटल के देख सकें। मलेशिया में उनके हर कॉन्सर्ट में हजारों लोग जुटते हैं, और उनके गाने वहां के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी सुने जाते हैं।
शाहरुख खान की लोकप्रियता का व्यावसायिक प्रभाव
शाहरुख खान सिर्फ एक अभिनेता नहीं, बल्कि ग्लोबल ब्रांड बन चुके हैं। उनकी पॉपुलैरिटी की वजह से बड़ी-बड़ी कंपनियां उन्हें ब्रांड एंबेसडर बनाना पसंद करती हैं। मलेशिया और इंडोनेशिया में उनकी फिल्मों, गानों और मर्चेंडाइज की भारी मांग रहती है।
व्यवसायों और विज्ञापनदाताओं के लिए अहम बातें:
- शाहरुख खान का नाम अंतरराष्ट्रीय पहचान का प्रतीक है।
- उनके साथ जुड़कर ब्रांड्स को ग्लोबल अटेंशन मिलता है।
- उनकी फिल्मों और विज्ञापनों से भारतीय प्रोडक्ट्स की बिक्री में तेजी आती है।
शाहरुख खान को ‘दातुक’ सम्मान मिलना उनके अंतरराष्ट्रीय प्रभाव और सिनेमा में योगदान का बड़ा उदाहरण है। वह भारत और दक्षिण एशिया के बीच संस्कृति और फिल्मों के माध्यम से पुल बन चुके हैं। उनकी यह उपलब्धि हर भारतीय के लिए गर्व की बात है।