दिल्ली में AAP को मिला नया समाजसेवी चेहरा (Jitendra Singh Shanti joins AAP)
पद्मश्री सम्मानित और शहीद भगत सिंह सेवा दल (SBS) फाउंडेशन के संस्थापक श्री जितेन्द्र सिंह शंटी ने आज आम आदमी पार्टी (AAP) का दामन थाम लिया। दिल्ली में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में उन्होंने AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की उपस्थिति में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
इस ऐतिहासिक कदम ने न केवल राजनीति के क्षेत्र में नई संभावनाओं को जन्म दिया है, बल्कि समाज सेवा के क्षेत्र में भी एक नई शुरुआत की उम्मीदें जगाई हैं।
समाजसेवा में शंटी का अतुलनीय योगदान
श्री जितेन्द्र सिंह शंटी का नाम समाजसेवा के क्षेत्र में किसी परिचय का मोहताज नहीं है। उन्होंने शहीद भगत सिंह सेवा दल (SBS) फाउंडेशन की स्थापना कर जरूरतमंदों की मदद का जो अभियान शुरू किया, वह लाखों लोगों के जीवन में बदलाव का कारण बना है।
कोरोना महामारी के कठिन समय में शंटी जी और उनकी टीम ने समाज की सेवा में मिसाल पेश की। उन्होंने जरूरतमंदों को भोजन, ऑक्सीजन और एंबुलेंस सेवाएं उपलब्ध कराई, जिससे हजारों लोगों की जान बचाई जा सकी। उनकी इस सेवा भावना ने उन्हें समाजसेवा के क्षेत्र में एक विशिष्ट स्थान दिलाया।
AAP में शामिल होने का उद्देश्य
श्री शंटी ने AAP में शामिल होने के अपने उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए कहा, “मैंने हमेशा से समाज की सेवा को अपना ध्येय माना है। आम आदमी पार्टी की नीतियां और दृष्टिकोण समाज के हर वर्ग को साथ लेकर चलने की ताकत रखते हैं। इस मंच के जरिए मैं अपने सेवाकार्य को और अधिक प्रभावी बना सकूंगा।”
उन्होंने कहा कि AAP का विजन समाज के निचले तबके को सशक्त बनाना है, और वे इस सोच के साथ पार्टी से जुड़कर जनता के हित में काम करना चाहते हैं।
केजरीवाल का स्वागत संदेश
AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने श्री शंटी का स्वागत करते हुए कहा, “शंटी जी जैसे समर्पित और ईमानदार समाजसेवी का हमारी पार्टी में शामिल होना हमारे लिए गर्व की बात है। उनके अनुभव और सेवाभाव से हम सभी को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। यह कदम राजनीति और समाजसेवा दोनों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा।”
राजनीति और समाजसेवा का अनूठा संगम
जितेन्द्र सिंह शंटी का AAP में शामिल होना राजनीति और समाजसेवा का एक अद्भुत संगम प्रस्तुत करता है। उनके जुड़ने से पार्टी को नई ऊर्जा मिलेगी, और उनके अनुभव से समाज के जरूरतमंद वर्ग को बेहतर ढंग से मदद पहुंचाई जा सकेगी।
यह कदम स्पष्ट करता है कि श्री शंटी अपने सेवाभाव और समाजसेवा की भावना को राजनीति के माध्यम से और अधिक व्यापक रूप से आगे ले जाना चाहते हैं। उनके इस निर्णय से समाजसेवा और राजनीति दोनों क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव की उम्मीद की जा रही है।