प्रयागराज, उत्तर प्रदेश की बेटी शक्ति दुबे ने UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2024 में ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल कर न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे देश को गौरवान्वित किया है। 22 अप्रैल 2025 को घोषित परिणामों में शक्ति ने अपने पांचवें प्रयास में यह ऐतिहासिक सफलता प्राप्त की। यह उनके सात वर्षों की लगन, धैर्य और आत्मविश्वास का परिणाम है।
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शैक्षणिक पृष्ठभूमि
शक्ति दुबे की प्रारंभिक शिक्षा प्रयागराज में हुई। उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से बायोकैमिस्ट्री में स्नातक की डिग्री हासिल की और इसके बाद बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से बायोकैमिस्ट्री में ही स्नातकोत्तर किया। UPSC की तैयारी के दौरान उन्होंने ‘राजनीति विज्ञान और अंतरराष्ट्रीय संबंध’ को अपना वैकल्पिक विषय चुना।
बिना कोचिंग की सफलता
शक्ति की सफलता विशेष इसलिए भी है क्योंकि उन्होंने बिना किसी कोचिंग संस्थान की मदद के खुद से अध्ययन कर यह मुकाम हासिल किया। उनके पिता का कहना है कि यह सफलता शक्ति के आत्मअनुशासन, निरंतर प्रयास और स्पष्ट दृष्टिकोण का परिणाम है। उन्होंने 2018 में तैयारी शुरू की थी और COVID-19 महामारी के दौरान दिल्ली छोड़कर प्रयागराज आकर सेल्फ-स्टडी के जरिए तैयारी जारी रखी।
प्रेरणादायक संघर्ष और सफलता
शक्ति दुबे का यह सफर लाखों युवाओं के लिए एक मिसाल है। उन्होंने अपने सीमित संसाधनों के बावजूद आत्मविश्वास नहीं खोया और लगातार मेहनत करती रहीं। उनका मानना है कि सही दिशा, मेहनत और आत्मविश्वास के साथ कोई भी उम्मीदवार सिविल सेवा जैसी कठिन परीक्षा को पार कर सकता है।
देशभर से मिल रही बधाइयां
शक्ति दुबे की इस सफलता के बाद प्रयागराज में जश्न का माहौल है। उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा है। शिक्षा जगत, प्रशासनिक सेवाओं और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने उन्हें बधाइयाँ दी हैं।
शक्ति दुबे आज भारत के उन युवाओं की प्रतीक हैं जो संघर्ष से नहीं घबराते, और अपनी मेहनत से हर मंज़िल को पाते हैं।