नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में 13 से 19 जनवरी, 2025 तक आयोजित उद्घाटन खो-खो वर्ल्ड कप ने भारत की इस पारंपरिक खेल में ताकत को साबित किया है। भारतीय पुरुष और महिला टीमों ने अपनी बेहतरीन खेल क्षमताओं का प्रदर्शन करते हुए सेमीफाइनल में जगह बना ली है।
Table of Contents
भारतीय महिला टीम की बांग्लादेश पर धमाकेदार जीत
17 जनवरी, 2025 को भारतीय महिला टीम ने बांग्लादेश के खिलाफ बहुप्रतीक्षित क्वार्टरफाइनल मुकाबले में शानदार प्रदर्शन किया। अपने कौशल और रणनीति का बेहतरीन उपयोग करते हुए भारतीय टीम ने बांग्लादेश को 93 अंकों के बड़े अंतर से हराया। यह जीत न केवल उनकी दबदबे को दर्शाती है, बल्कि उन्हें चैंपियनशिप खिताब के लिए प्रबल दावेदार भी बनाती है।
भारतीय पुरुष टीम की श्रीलंका पर प्रभावी जीत
महिला टीम की सफलता के बाद, भारतीय पुरुष टीम ने अपने क्वार्टरफाइनल मुकाबले में श्रीलंका का सामना किया। महिला टीम की तरह ही, पुरुष टीम ने भी बेहतर रणनीति और फुर्ती का प्रदर्शन करते हुए श्रीलंका को 60 अंकों के अंतर से हराया। यह निर्णायक जीत पुरुष टीम को सेमीफाइनल में ले गई है, जो टूर्नामेंट में भारत की मजबूत उपस्थिति को और मजबूत करती है।
टूर्नामेंट का ढांचा और आगामी मुकाबले
खो-खो वर्ल्ड कप 2025 में टीमों को ग्रुप चरण के लिए विभाजित किया गया है, जिसके बाद नॉकआउट मैच खेले जाएंगे। सेमीफाइनल मुकाबले 18 जनवरी, 2025 को होंगे, जबकि फाइनल 19 जनवरी, 2025 को खेला जाएगा। भारतीय टीमें अपने शानदार प्रदर्शन को जारी रखते हुए खिताब के लिए प्रबल दावेदार बनी हुई हैं।
भारत की तैयारी और प्रशिक्षण प्रक्रिया
भारतीय टीमों की सफलता का श्रेय उनकी कड़ी तैयारी और प्रशिक्षण को जाता है। 10 दिसंबर, 2024 से शुरू हुए एक महीने लंबे प्रशिक्षण शिविर का आयोजन नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में किया गया। मुख्य कोच अश्विनी शर्मा के मार्गदर्शन में पुरुष और महिला टीमों के लगभग 60 खिलाड़ियों ने फिटनेस, समन्वय और रणनीतिक खेल पर केंद्रित गहन सत्रों में भाग लिया। योग, ध्यान, पोषण और खेल मनोविज्ञान के विशेषज्ञों की सहायता ने खिलाड़ियों की शारीरिक और मानसिक तैयारी को और बेहतर बनाया।
वैश्विक भागीदारी और महत्व
उद्घाटन खो-खो वर्ल्ड कप में छह महाद्वीपों के 24 देशों की भागीदारी रही है, जो इस खेल की बढ़ती वैश्विक लोकप्रियता को दर्शाती है। घाना, केन्या, इंग्लैंड, जर्मनी, ब्राजील और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों ने अपनी टीमें भेजी हैं, जिससे टूर्नामेंट और अधिक प्रतिस्पर्धी और विविधतापूर्ण बन गया है। मेजबान राष्ट्र के रूप में भारत की भूमिका न केवल इसकी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को उजागर करती है, बल्कि पारंपरिक खेलों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर बढ़ावा देने की इसकी प्रतिबद्धता को भी दिखाती है|
निष्कर्ष
जैसे-जैसे खो-खो वर्ल्ड कप 2025 आगे बढ़ रहा है, भारतीय पुरुष और महिला टीमों ने अपने शानदार प्रदर्शन से उच्च मानक स्थापित किए हैं। सेमीफाइनल में उनका पहुंचना उनकी सटीक तैयारी, रणनीतिक कौशल और अटूट दृढ़ता को दर्शाता है। पूरे देश की निगाहें आगामी मुकाबलों पर हैं, और यह उम्मीद की जा रही है कि भारतीय टीमें उद्घाटन वर्ल्ड कप खिताब जीतकर खो-खो के विश्व मंच पर भारत की प्रतिष्ठा को और ऊंचा करेंगी।