नई दिल्ली, 3 जनवरी 2024: दिल्ली के उस्मानपुर इलाके में एक शराबी को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। शराबी के सिर में चोट लगी थी और वह बेहोश था। पुलिस ने उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाने की कोशिश की, लेकिन चार सरकारी अस्पतालों ने उसे भर्ती करने से मना कर दिया। अंत में, उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
घटना की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि उन्हें एक शख्स के बारे में सूचना मिली थी, जो उस्मानपुर इलाके में सड़क पर बेहोश पड़ा हुआ है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शख्स की पहचान प्रमोद के रूप में की। प्रमोद के सिर में चोट लगी थी और वह बेहोश था।
पुलिस ने प्रमोद को इलाज के लिए अस्पताल ले जाने की कोशिश की, लेकिन चार सरकारी अस्पतालों ने उसे भर्ती करने से मना कर दिया। अस्पतालों का कहना था कि प्रमोद शराबी है और उसे इलाज नहीं किया जाएगा।
अंत में, पुलिस ने प्रमोद को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है।
घटना से उठे सवाल
इस घटना से कई सवाल उठे हैं। सवाल उठ रहे हैं कि चार सरकारी अस्पतालों ने प्रमोद को इलाज क्यों नहीं दिया? क्या शराबी होने के कारण किसी व्यक्ति को इलाज से वंचित किया जा सकता है?
इस घटना से यह भी पता चलता है कि सरकारी अस्पतालों में मरीजों के प्रति लापरवाही का रवैया है।