नई दिल्ली |अप्रैल 2025 — उत्तर दिल्ली के साइबर पुलिस थाना की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए ₹44.6 लाख के शेयर बाजार साइबर ठगी गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह गिरोह फर्जी बैंक खातों की आपूर्ति करके ठगी को अंजाम दे रहा था।
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फर्जी व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर फंसाया
आरोपियों ने फर्जी व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर खुद को स्टॉक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म जैसा दिखाया, जिसमें लोगों को उच्च रिटर्न का लालच देकर निवेश के लिए फंसाया गया। जैसे ही पीड़ित निवेश करता, उसका पैसा ठगी के खाते में चला जाता।
फर्जी पहचान से खुले खाते
गिरोह ने जाली दस्तावेजों और नकली पहचान का इस्तेमाल कर कई चालू खाते खोले। इन खातों के सभी एक्सेस क्रेडेंशियल्स को खुद के पास रखा और फिर इन्हें कमीशन पर ऐसे हैंडलरों को बेच दिया जो अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराध नेटवर्क से जुड़े हुए थे।
हवाला के जरिए विदेश भेजे गए पैसे
जब पीड़ितों से ठगी की गई रकम इन फर्जी खातों में पहुंची, तो उसे तुरंत नकद में निकाला गया और हवाला के जरिए विदेश भेज दिया गया। यह पूरा तंत्र इस तरह बनाया गया था कि पुलिस के लिए पैसे का पीछा करना मुश्किल हो जाए।
सूरत (गुजरात) में हुई गिरफ्तारी
तकनीकी निगरानी और कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) विश्लेषण के आधार पर साइबर पुलिस की टीम ने गुजरात के सूरत शहर में छापा मारा। इस कार्रवाई में कई आरोपी गिरफ्तार किए गए और उनके पास से मोबाइल फोन और सिम कार्ड बरामद हुए हैं।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि यह गिरोह बहुत ही संगठित था और इसके अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क से जुड़े होने की भी संभावना है। मामले की आगे जांच जारी है और जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।