Delhi ITU World Telecommunication: पीएम मोदी ने भारत की 6G तकनीक, ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क और डिजिटल कनेक्टिविटी की प्रगति पर डाली रोशनी

दिल्ली में आयोजित ITU World Telecommunication Standardization Assembly (WTSA) के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के टेलीकम्युनिकेशन क्षेत्र में हुई अद्वितीय प्रगति को साझा किया। उन्होंने बताया कि कैसे भारत ने India 6G technology और India 5G network के क्षेत्र में अग्रणी बनकर वैश्विक स्तर पर अपनी स्थिति मजबूत की है। इस असेंबली में भाग लेते हुए, पीएम मोदी ने भारत की डिजिटल कनेक्टिविटी को न केवल स्थानीय बल्कि वैश्विक संदर्भ में परिभाषित किया।

ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क का अद्भुत विस्तार

पीएम मोदी ने PM Modi optical fibre नेटवर्क के विस्तार को लेकर कहा कि भारत ने पिछले दस सालों में ऑप्टिकल फाइबर का एक ऐसा जाल बिछाया है जो धरती और चांद के बीच की दूरी से आठ गुना अधिक है। ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क का यह विस्तार भारत के डिजिटल विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इससे न केवल महानगरों में बल्कि छोटे कस्बों और ग्रामीण इलाकों में भी इंटरनेट कनेक्टिविटी सुनिश्चित हो रही है।

भारत में 5G नेटवर्क का तेजी से विकास

भारत में India 5G network की प्रगति को लेकर प्रधानमंत्री ने कहा, “दो साल पहले हमने भारत में 5जी तकनीक की शुरुआत की थी। आज, लगभग हर जिले में 5जी सेवा उपलब्ध है, जिससे यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा 5जी नेटवर्क बन गया है।” भारत का 5जी नेटवर्क केवल तेज डेटा स्पीड नहीं देता, बल्कि यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म भी प्रदान करता है जो इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), और स्मार्ट कनेक्टेड डिवाइसेस जैसे उभरते हुए तकनीकी क्षेत्रों को भी गति प्रदान करता है।

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भारत की 6G तकनीक पर तेजी से हो रहा काम

भारत अब India 6G technology की दिशा में बड़े पैमाने पर कदम बढ़ा रहा है, और इसका व्यावसायीकरण 2030 तक होने की उम्मीद है। 6G तकनीक, पांचवीं पीढ़ी के नेटवर्क से लगभग 100 गुना तेज होगी, जिसमें डेटा की गति 100 जीबीपीएस तक हो सकती है। 6G में बहुत कम लेटेंसी होगी और नेटवर्क कनेक्टिविटी को और भी बेहतर बनाएगी। इसका उद्देश्य डिजिटल और भौतिक दुनिया के बीच की दूरी को मिटाकर एक नए युग की शुरुआत करना है, जहां लोग कहीं से भी काम कर सकें और दूर-दराज के स्थानों का अनुभव कर सकें।

भारत के 6G प्रयासों में हालिया प्रगति के कुछ मुख्य बिंदु हैं:

  • पेटेंट्स: अंतरराष्ट्रीय संगठनों द्वारा भारत को 6G तकनीक के लिए 127 से अधिक पेटेंट दिए गए हैं।
  • भारत-अमेरिका समझौता: 2023 के G20 शिखर सम्मेलन में भारत ने 6G में उच्चस्तरीय अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए अमेरिका के साथ समझौता किया।
  • IMT-2030 ढांचा: संयुक्त राष्ट्र के अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (ITU) ने 6G अनुसंधान और विकास के लिए एक ढांचा स्वीकृत किया है, जो स्थिरता, सुरक्षा और लचीलापन पर जोर देता है।
  • टेस्टबेड्स: दूरसंचार विभाग ने अगली पीढ़ी के दो टेस्टबेड्स के लिए फंडिंग की है ताकि 6G अनुसंधान को आगे बढ़ाया जा सके।
  • भारत 6G विज़न: दूरसंचार विभाग भारत 6G विज़न के तहत “6G इकोसिस्टम पर त्वरित अनुसंधान” पर 470 प्रस्तावों का मूल्यांकन कर रहा है।
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भारत की डिजिटल कनेक्टिविटी में हो रहा है बदलाव

पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि भारत की Digital connectivity in India अब एक सशक्त स्थिति में है। पहले जहां केवल शहरी इलाकों में डिजिटल कनेक्टिविटी का विस्तार था, वहीं आज गांव-गांव तक इंटरनेट की पहुंच हो चुकी है। इससे न केवल लोगों का जीवनस्तर सुधर रहा है बल्कि देश की अर्थव्यवस्था भी एक नई दिशा में आगे बढ़ रही है। डिजिटल कनेक्टिविटी ने हर व्यक्ति को सशक्त बनाने का काम किया है और इसने देश के विकास को तेज़ी से गति प्रदान की है।

भारत में डिजिटल कनेक्टिविटी का यह विस्तार ई-गवर्नेंस, ई-हेल्थकेयर और डिजिटल शिक्षा जैसे क्षेत्रों में भी अहम भूमिका निभा रहा है। इससे नए व्यापार के अवसर पैदा हो रहे हैं और युवाओं को नई संभावनाएं मिल रही हैं।

निष्कर्ष

भारत के ITU World Telecommunication Standardization Assembly में दिए गए इस महत्वपूर्ण बयान से यह स्पष्ट होता है कि भारत ने टेलीकम्युनिकेशन के क्षेत्र में अपनी पहचान मजबूत की है। 6जी तकनीक की दिशा में तेजी से हो रहे कार्य और देशभर में ऑप्टिकल फाइबर और 5जी नेटवर्क का विस्तार, इन सभी से भारत की डिजिटल क्रांति का भविष्य उज्जवल नजर आ रहा है।

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डिजिटल कनेक्टिविटी के क्षेत्र में भारत के इन कदमों से यह संदेश मिलता है कि आने वाले वर्षों में भारत न केवल अपने नागरिकों को सशक्त बनाएगा, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी डिजिटल क्षेत्र में अपनी प्रमुख स्थिति बनाएगा। इस असेंबली में भारत की प्रगति को देखते हुए, यह स्पष्ट है कि देश का भविष्य डिजिटल रूप से सशक्त, समृद्ध और उन्नत होगा।

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