अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अवैध प्रवास को रोकने के लिए आक्रामक और तेज़ कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। हाल ही में खबरें आई हैं कि ट्रंप प्रशासन पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के नागरिकों की अमेरिका में एंट्री पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहा है। सूत्रों के अनुसार, इस प्रतिबंध की सूची में अन्य देशों के नाम भी शामिल हो सकते हैं।
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कारण और उद्देश्य
ट्रंप प्रशासन का मानना है कि अवैध प्रवास अमेरिका की सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता के लिए खतरा बनता जा रहा है। ट्रंप ने अवैध आव्रजन को ‘आक्रमण’ की संज्ञा देते हुए इसे रोकने के लिए सेना के इस्तेमाल तक की बात कही है। उनका कहना है कि अवैध घुसपैठ को रोका जाना चाहिए और इसके लिए सभी संभव कदम उठाए जाएंगे।
अवैध प्रवास के आंकड़े
प्यू रिसर्च सेंटर की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में अमेरिका में अवैध रूप से रहने वाले भारतीयों की संख्या लगभग 7.25 लाख थी, जो मैक्सिको और अल सल्वाडोर के बाद तीसरे स्थान पर है। इसके अलावा, अमेरिका के इमिग्रेशन एंड कस्टम्स एन्फोर्समेंट (ICE) ने 15 लाख अवैध प्रवासियों की सूची तैयार की है, जिसमें लगभग 18,000 भारतीय शामिल हैं।
प्रभाव और प्रतिक्रिया
यदि यह प्रतिबंध लागू होता है, तो पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के नागरिकों के लिए अमेरिका में प्रवेश और कठिन हो जाएगा। इससे इन देशों के साथ अमेरिका के राजनयिक संबंधों पर भी असर पड़ सकता है। ट्रंप प्रशासन के इन कदमों का उद्देश्य अवैध प्रवास को नियंत्रित करना और राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करना है।
ट्रंप के इस सख्त रुख के चलते अमेरिका में रहने वाले अवैध प्रवासियों के बीच चिंता बढ़ गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के कदमों से अवैध प्रवास में कमी आ सकती है, लेकिन इससे संबंधित देशों के साथ संबंधों में तनाव भी बढ़ सकता है।
अमेरिका में अवैध प्रवास को रोकने के लिए ट्रंप प्रशासन के ये आक्रामक कदम आने वाले समय में किस हद तक प्रभावी होंगे, यह देखना महत्वपूर्ण होगा।