प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में गुजरात के तट से समुद्र की गहराइयों में उतरकर पौराणिक नगरी द्वारका के अवशेषों का दर्शन किया। यह वही द्वारका है जिसे भगवान श्रीकृष्ण ने बसाया था और जो आज समुद्र की गोद में सोई हुई एक रहस्यमयी धरोहर बनकर विश्वभर के इतिहासप्रेमियों को आकर्षित करती है। मोदी जी ने विशेष स्कूबा उपकरण पहनकर इस पवित्र स्थल पर प्रार्थना की और देशवासियों के लिए मंगल कामनाएं की। यह क्षण न केवल आस्था का, बल्कि भारत की “हिस्ट्री मीट्स मिस्ट्री” वाली अनूठी पहचान को वैश्विक स्तर पर रेखांकित करने वाला था।
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द्वारका: जहां पौराणिक कथाएं और विज्ञान एक होते हैं
वैज्ञानिक शोधों ने पुष्टि की है कि समुद्रतल में मौजूद द्वारका के अवशेष करीब 3,500 साल पुराने हैं। यह नगर भगवान श्रीकृष्ण के साथ जुड़ी उस पौराणिक घटना की याद दिलाता है, जब उनके लोकप्रस्थान के बाद समुद्र ने इस नगरी को अपने आगोश में ले लिया। आज, यह स्थल UNESCO की विश्व धरोहर सूची में शामिल होने की दौड़ में है। पीएम मोदी के इस दौरे के बाद, सरकार ने इसके संरक्षण और “सबमरीन टूरिज्म” को बढ़ावा देने के लिए ₹200 करोड़ की योजना भी घोषित की है। क्या आप इस रहस्यमयी यात्रा का हिस्सा बनने के लिए तैयार हैं?
क्यों जाएं द्वारका? 5 अद्वितीय आकर्षण
- अंडरवाटर आर्कियोलॉजी म्यूजियम: समुद्रतल से निकाले गए प्राचीन अवशेषों को देखें।
- स्कूबा डाइविंग एडवेंचर: 40 फीट गहरे समुद्र में डुबकी लगाएं और द्वारका के खंडहरों को करीब से महसूस करें (प्रशिक्षित गाइड्स के साथ)।
- मॉडर्न द्वारका मंदिर: 13वीं शताब्दी के इस मंदिर में श्रीकृष्ण की मूर्ति के दर्शन।
- सनसेट क्रूज: गोमती नदी और अरब सागर के संगम पर सूर्यास्त का जादुई नज़ारा।
- रुक्मिणी मंदिर: श्रीकृष्ण की पत्नी रुक्मिणी को समर्पित 2,500 साल पुराना तीर्थ।
यात्रा टिप्स: समुद्र और आस्था का सही मेल
- बेस्ट टाइम: नवंबर से फरवरी (मौसम सुहावना)।
- कैसे पहुंचे?: नजदीकी हवाई अड्डा – जामनगर (2 घंटे की ड्राइव)।
- सुरक्षा: स्कूबा डाइविंग के लिए मान्यता प्राप्त केंद्र ही चुनें।
- स्मारिका: समुद्र की रेत से बनी कृष्ण मूर्तियां ले जाएं।
पीएम मोदी का संदेश: “भारत की जड़ों से जुड़ें”
इस अनुभव को “जीवन का सबसे गहरा क्षण” बताते हुए पीएम मोदी ने कहा, “द्वारका हमें हमारी संस्कृति की गहराई और विज्ञान की प्राचीन समझ की याद दिलाता है। यह स्थान हर भारतीय को एक बार अवश्य देखना चाहिए।”
अब आपकी बारी है!
द्वारका सिर्फ एक तीर्थ नहीं, बल्कि इतिहास, रहस्य और रोमांच का त्रिवेणी संगम है। चाहे आप श्रद्धालु हों या एडवेंचर प्रेमी, यहाँ हर किसी के लिए कुछ न कुछ है। सरकार के साथ मिलकर “देसी दर्शन” ट्रैवल्स आपके लिए लाया है विशेष छूट और सुरक्षित यात्रा अनुभव।
“समुद्र की गहराई में छिपे भारत के गौरव को देखिए… क्योंकि कुछ अनुभव शब्दों से परे होते हैं!” 🌊🛕