नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के नॉर्थ ईस्ट जिला साइबर थाने के एक सब इंस्पेक्टर (SI) और एक महिला पुलिसकर्मी के फरार होने का मामला सामने आया है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि इन दोनों पुलिसकर्मियों ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए बड़ी रकम ट्रांसफर की और अब लापता हैं। पुलिस की टीम इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।
Table of Contents
सैलरी अकाउंट में बड़ी रकम का खुलासा
सूत्रों के अनुसार, फरार SI के सैलरी अकाउंट में संदिग्ध रूप से भारी रकम आई है। हालांकि, आधिकारिक रूप से इस रकम की पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन आशंका जताई जा रही है कि यह लाखों में नहीं बल्कि करोड़ों में हो सकती है। महिला पुलिसकर्मी के भी पूरी योजना के साथ जाने की संभावना है, जिससे विभाग में चर्चाओं का बाजार गर्म है। फिलहाल, पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी इस पर कोई बयान देने से बच रहे हैं।
तीन अलग-अलग मामले दर्ज
जानकारी के मुताबिक, फरार पुलिसकर्मी 17 मार्च को मेडिकल लीव पर गया था, लेकिन तय समय पर ड्यूटी पर वापस नहीं लौटा। इसी दौरान एक महिला पुलिसकर्मी भी गायब हो गई, जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई है। 27 मार्च को जब पुलिसकर्मी वापस नहीं आया तो विवेक विहार थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई। फिलहाल, शाहदरा जिला पुलिस दोनों की गुमशुदगी और नॉर्थ ईस्ट जिला पुलिस आर्थिक अपराध की जांच कर रही है।
फर्जी दस्तावेजों से हुई बड़ी धोखाधड़ी
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि फर्जी दस्तावेजों के आधार पर तीन अलग-अलग बैंक खातों से 50 लाख 45 हजार रुपये ट्रांसफर किए गए। इसके अलावा, फरार SI के बैंक अकाउंट में भी बड़ी रकम जमा होने की जानकारी मिली है। माना जा रहा है कि यह रकम तीन से चार करोड़ रुपये तक हो सकती है। महिला पुलिसकर्मी के पास भी जूलरी या नकद रकम होने की संभावना है। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि दोनों अपराधी विदेश भागने की योजना बना सकते हैं। हालांकि, अभी तक उनकी लोकेशन राजस्थान और पंजाब के अलग-अलग शहरों में ट्रेस की गई है।
बैंक खातों का दुरुपयोग
जांच में यह भी सामने आया है कि फरार SI ने एक शिकायतकर्ता से उसके दस्तावेज लेकर बैंक खाता खुलवाया था। इस खाते में शिकायतकर्ता की जानकारी के बिना अलग फोन नंबर और ईमेल आईडी दी गई थी। इसके बाद, बैंक खाते से संबंधित सभी दस्तावेज और डेबिट कार्ड भी आरोपी ने ले लिए। इसके अलावा, दो अन्य बैंक खाते भी खोले गए, जिनमें संदिग्ध ट्रांजैक्शन पाए गए हैं। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि ये खाते किन दस्तावेजों के आधार पर खोले गए थे और इनके जरिए कितनी रकम का लेन-देन हुआ।
पुलिस की कई टीमें जांच में जुटीं
दिल्ली पुलिस की कई टीमें इस मामले की जांच कर रही हैं और फरार पुलिसकर्मियों की तलाश में लगी हुई हैं। अब तक की जांच में यह स्पष्ट हो चुका है कि आरोपी पुलिसकर्मी अपने सिस्टम की गहरी जानकारी रखते थे, जिससे उन्होंने इस अपराध को अंजाम दिया। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही दोनों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा और पूरे मामले की सच्चाई सामने लाई जाएगी।