Gukesh World Chess Champion: चेस की दुनिया को नया स्टार मिल गया है, और वह भारत से है! डोम्माराजू गुकेश, जिन्हें सभी प्यार से गुकेश कहते हैं, ने इतिहास रच दिया है। वह वर्ल्ड चेस चैंपियन बन गए हैं। सिर्फ 17 साल की उम्र में, गुकेश ने अपनी शानदार चालों और बेहतरीन रणनीति से यह खिताब जीता है। वह भारत के सबसे कम उम्र के वर्ल्ड चेस चैंपियन हैं।
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मेहनत और टैलेंट का सफर
गुकेश का जन्म तमिलनाडु के चेन्नई में हुआ था, जिसे “भारत की चेस कैपिटल” भी कहा जाता है। बचपन से ही उनकी चेस में दिलचस्पी थी। परिवार और कोच के समर्थन से उन्होंने छोटी उम्र में ही इंटरनेशनल चेस टूर्नामेंट में हिस्सा लेना शुरू कर दिया।
सिर्फ 12 साल की उम्र में, गुकेश ग्रैंडमास्टर बन गए। यह उपलब्धि उन्हें दुनिया के सबसे कम उम्र के ग्रैंडमास्टर्स में शामिल करती है। 2024 में, उन्होंने वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप जीतकर दुनिया भर में भारत का नाम रोशन किया।
गुकेश के करियर की खास उपलब्धियां
- सबसे कम उम्र के ग्रैंडमास्टर: 12 साल की उम्र में यह खिताब हासिल किया।
- वर्ल्ड चेस चैंपियन: 2024 में दिग्गज खिलाड़ियों को हराकर खिताब जीता।
- प्रेरणादायक व्यक्तित्व: दुनिया भर के युवा चेस खिलाड़ियों के लिए रोल मॉडल।
गुकेश का अनोखा खेल
गुकेश का खेल उन्हें बाकी खिलाड़ियों से अलग बनाता है। जहां ज्यादातर खिलाड़ी रक्षात्मक रणनीतियों पर निर्भर करते हैं, वहीं गुकेश साहसिक और आक्रामक चालें चलने के लिए मशहूर हैं।
उनकी सोचने की गहराई और दबाव में शांत रहने की क्षमता उन्हें और भी खास बनाती है। उनके मेंटर और भारत के दिग्गज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद भी गुकेश के खेल की तारीफ करते हैं।
भारतीय चेस पर असर
गुकेश की जीत ने भारत को फिर से ग्लोबल चेस में एक नई पहचान दी है। विश्वनाथन आनंद के बाद, गुकेश ने साबित कर दिया है कि भारत में चेस का भविष्य उज्ज्वल है। उनकी सफलता से युवा खिलाड़ियों को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिल रही है।
आगे का सफर
वर्ल्ड चेस चैंपियन के रूप में, गुकेश का सफर अभी शुरू हुआ है। उनकी मेहनत और खेल के प्रति जुनून से आने वाले सालों में कई और रिकॉर्ड टूटने की उम्मीद है।
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