गाजीपुर की 150 छात्राओं ने सीखा आत्मरक्षा का गुर, योग अभ्यास से मन को बनाया तरोताजा
गाजीपुर, दिल्ली, 12 जनवरी 2024: पूर्वी दिल्ली के आरएसकेवी स्कूल में 12 जनवरी को आत्मरक्षा प्रशिक्षण और योग सत्र का एक बेहतरीन कार्यक्रम आयोजित किया गया था। यह कार्यक्रम पूर्वी जिला पुलिस के आत्मरक्षा प्रशिक्षण दल द्वारा आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में 150 से अधिक छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और आत्मरक्षा के साथ-साथ योग के लाभों के बारे में भी जानकारी प्राप्त की।
कार्यक्रम की शुरुआत में पुलिस अधिकारियों ने छात्राओं को संबोधित किया। उन्होंने लड़कियों के जीवन में आत्मरक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला और उन्हें सावधानी और आत्मविश्वास के साथ जीवन जीने के लिए प्रेरित किया। इसके बाद, प्रशिक्षित प्रशिक्षकों ने छात्राओं को बुनियादी आत्मरक्षा तकनीकें सीखाईं। इसमें खुद को बचाने के आसान तरीके, स्टालकरों से निपटने के उपाय, खतरे की स्थिति में शरीर का संचालन और आवाज का इस्तेमाल करना शामिल था। छात्राओं ने प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन में उत्साह के साथ इन तकनीकों का अभ्यास किया।
आत्मरक्षा प्रशिक्षण के बाद, योग सत्र का आयोजन किया गया। योग प्रशिक्षकों ने छात्राओं को सरल योग आसन और प्राणायाम का अभ्यास कराया। आसन और प्राणायाम से तन-मन को हल्का और तरोताजा बनाने के तरीके बताए गए। छात्राओं ने सक्रिय रूप से भाग लिया और योग के लाभों को समझा।
कार्यक्रम के संयोजक व पुलिस उप-निरीक्षक ने बताया, “यह कार्यक्रम लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने और उनमें आत्मविश्वास पैदा करने के लिए आयोजित किया गया था। हम चाहते हैं कि वे किसी भी स्थिति में अपना बचाव करने में सक्षम हों और सुरक्षित महसूस करें। साथ ही, योग उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाएगा।”
कार्यक्रम में भाग लेने वाली छात्राओं ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। 12वीं कक्षा की छात्रा नेहा शर्मा ने कहा, “यह कार्यक्रम हमारे लिए बहुत उपयोगी था। हमने आत्मरक्षा के बारे में बहुत कुछ सीखा और योग का अभ्यास भी किया। अब हम सुरक्षित महसूस करती हैं और अपने जीवन में इन सीखों को अपनाएंगी।”
आरएसकेवी स्कूल के प्रधानाचार्य ने कार्यक्रम के आयोजन के लिए पूर्वी जिला पुलिस का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम छात्राओं के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
पूर्वी जिला पुलिस के इस सराहनीय पहल से गाजीपुर की छात्राओं को न केवल आत्मरक्षा का ज्ञान मिला, बल्कि योग के माध्यम से स्वास्थ्य लाभ और आत्मविश्वास भी बढ़ा। उम्मीद है कि इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन भविष्य में भी जारी रहेगा, जिससे लड़कियों का एक सशक्त और स्वस्थ भविष्य निर्माण में मदद मिलेगी।