दिल्ली में हर साल आयोजित होने वाला विश्व पुस्तक मेला (World Book Fair Delhi) 2025 में साहित्य प्रेमियों, लेखकों और पाठकों को एक अद्वितीय अनुभव देने के लिए तैयार है। इस साल यह मेला 1 से 9 फरवरी तक भारत मंडपम, प्रगति मैदान में होगा। अगर आप किताबों के शौकिन हैं, तो यह अवसर आपके लिए एक स्वर्णिम मौका है। इस मेले का हिस्सा बनकर आप न सिर्फ अपनी पसंदीदा किताबों से रूबरू होंगे, बल्कि इसके साथ ही आपके ज्ञान और संस्कृति की यात्रा भी शुरू हो जाएगी।
Table of Contents
मेलें की आकर्षक विशेषताएँ:
1. विस्तृत साहित्यिक अनुभव:
विश्व पुस्तक मेला में देश-विदेश के प्रमुख प्रकाशक अपने नवीनतम संग्रह, अनुवाद, और साहित्यिक रचनाएँ प्रस्तुत करेंगे। इस मौके पर आप उन पुस्तकों से परिचित हो सकते हैं, जो कहीं और नहीं मिल सकतीं। यहां आपको हर प्रकार की किताबें मिलेंगी – साहित्य, कला, विज्ञान, इतिहास, तकनीकी और बच्चों के लिए विशेष रूप से तैयार किए गए संग्रह।
2. खास थीम पवेलियन:
इस बार, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिज़ाइन, अहमदाबाद द्वारा डिज़ाइन किए गए थीम पवेलियन में आपको भारत के गणतांत्रिक आदर्शों की झलक देखने को मिलेगी। यह आपके लिए एक आदर्श होगा कि कैसे संस्कृति और डिज़ाइन मिलकर एक नए युग की ओर इशारा कर रहे हैं।
3. रूस से आई किताबें:
साहित्य प्रेमियों के लिए यह एक अनमोल अवसर है। रूस के साहित्य और संस्कृति पर आधारित प्रदर्शनी में आप रूस की महान लेखन परंपरा से जुड़ी किताबों को देख सकते हैं और समझ सकते हैं कि कैसे रूस के साहित्यकारों ने दुनिया भर में अपनी छाप छोड़ी है।
4. लेखक और कवि से मुलाकात:
यह मेला उन पाठकों के लिए स्वर्णिम अवसर है जो अपने पसंदीदा लेखक और कवि से मिलने और उनके विचारों को सुनने का सपना रखते हैं। लेखक कॉर्नर और लेखक मंच में साहित्यिक चर्चाओं का आयोजन किया जाएगा, जहां आप न केवल उनके विचारों से रूबरू होंगे, बल्कि किताबों के प्रति अपनी समझ और रुचि को भी नया आयाम दे सकेंगे।
5. बच्चों के लिए विशेष मंडप:
बच्चों के लिए खास कथावाचन, लेखन कार्यशालाएँ, और रचनात्मक गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी, जो उनके मानसिक विकास और रचनात्मकता को निखारने में मदद करेगी। यह मेला बच्चों के लिए भी एक उत्कृष्ट अनुभव होगा।
6. सांस्कृतिक मंच:
गणतंत्र भारत के 75 वर्षों के उत्सव के उपलक्ष्य में, सांस्कृतिक मंच पर प्रतिदिन शाम 6 से 8 बजे तक शानदार प्रदर्शन होंगे। अगर आप साहित्य के साथ-साथ कला और संस्कृति में भी रुचि रखते हैं, तो यह मंच आपके लिए आदर्श रहेगा।
मेला में जाने के फायदे:
1. अद्भुत साहित्यिक चयन:
आपको यहाँ किताबों की एक विस्तृत श्रेणी मिलेगी, जिसमें से आप अपनी पसंदीदा किताबें चुन सकते हैं। मेले में मौजूद प्रकाशकों से आप सीधे किताबें खरीद सकते हैं, जो आपको कहीं और उपलब्ध नहीं हो सकतीं।
2. लेखक से संवाद:
कई प्रमुख लेखक इस मेले में शिरकत करेंगे। उनका अनुभव और विचार सुनकर आपको प्रेरणा मिलेगी। क्या आप कभी सोचते हैं कि एक लेखक बनना कैसा होता है? यहाँ आपको इसका जवाब मिलेगा।
3. लेखक-पाठक संवाद:
किताबों पर गहरी चर्चा और विचार-विमर्श के माध्यम से आप न सिर्फ लेखक के विचारों को जानेंगे, बल्कि अपने विचारों को भी बेहतर तरीके से व्यक्त कर पाएंगे।
4. बच्चों के लिए शिक्षात्मक गतिविधियाँ:
बच्चों के लिए विशेष कार्यक्रम और कार्यशालाएँ आयोजित की जाएंगी, जो उनके शैक्षिक और रचनात्मक विकास के लिए लाभकारी साबित होंगी।
5. सांस्कृतिक समागम:
साहित्य और कला के अलावा, सांस्कृतिक प्रदर्शन भी आपके अनुभव को और भी यादगार बना देंगे। यह आपके लिए एक ऐसा मौका होगा जब आप भारतीय संस्कृति के हर पहलु से वाकिफ हो सकेंगे।
टिकट मूल्य और ऑनलाइन बुकिंग:
वयस्क: ₹20
बच्चे: ₹10
कैसे पहुंचे?
स्थान: भारत मंडपम, प्रगति मैदान, दिल्ली
निकटतम मेट्रो स्टेशन: सुप्रीम कोर्ट मेट्रो स्टेशन
प्रवेश द्वार: गेट 10 (मेट्रो से), गेट 4 (भैरों रोड)
निष्कर्ष:
यदि आप दिल्ली में रहते हैं या यात्रा करने का सोच रहे हैं, तो विश्व पुस्तक मेला दिल्ली 2025 को अपनी सूची में शामिल करें। यह न केवल साहित्यिक अनुभव देने का एक अवसर है, बल्कि आपके ज्ञान और कला के प्रति प्रेम को भी नए आयाम देगा। अपने परिवार और दोस्तों के साथ इस अद्भुत यात्रा का आनंद लें और किताबों की दुनिया में खो जाएं!