Ramlala Pran-Pratishtha festival in Ayodhya

अयोध्या में गूंज उठा रामलला का ‘प्राण-प्रतिष्ठा’ महोत्सव, जश्न में डूबा पूरा भारत!

आज पूरे भारतवर्ष में ऐतिहासिक पल का साक्षी बना है! अयोध्या की पावन धरा पर भगवान राम की ‘प्राण-प्रतिष्ठा’ का महामहिम पर्व मनाया जा रहा है। सदियों का इंतजार खत्म हुआ, रामलला अपने ही मंदिर में विराजमान हो रहे हैं। इस भव्य आयोजन के गवाह बनने को आतुर पूरा देश आज जश्न में डूबा हुआ है।

अयोध्या का अलौकिक श्रृंगार:

इस पावन अवसर पर अयोध्या नगरी मानो स्वर्ग लोक सी सजकर चमक रही है। हर गली, हर चौराहा रंग-बिरंगे फूलों से सराबोर है। मंदिरों को दीपमालाओं से सजाया गया है, हर कोने से भक्तिमय भजन गुंज रहे हैं। राम भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा है, हर चेहरे पर आस्था का उजाला झिलमिला रहा है।

प्राण-प्रतिष्ठा का पवित्र अनुष्ठान:

‘प्राण-प्रतिष्ठा’ मूर्ति में दिव्य प्राणों को स्थापित करने का पवित्र अनुष्ठान है। 49 दिनों तक चलने वाले इस अनुष्ठान में वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ अनेकों संस्कार संपन्न होते हैं। आज के दिन पंचामृत स्नान, षोडशोपचार पूजन, मूर्ति स्थापना जैसे महत्वपूर्ण संस्कार किए जाएंगे।

राम मंदिर का ऐतिहासिक महत्व:

राम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण केवल एक भवन का निर्माण नहीं, बल्कि भारत के सांस्कृतिक इतिहास का एक स्वर्णिम अध्याय है। सदियों से चले आ रहे विवाद का शांतिपूर्ण समाधान हुआ है, जिससे सामाजिक सद्भावना मजबूत हुई है। यह मंदिर भारत की आस्था, धर्मनिष्ठा और एकता का प्रतीक बनकर उभरा है।

देशभर में समारोह का उल्लास:

अयोध्या में हो रहे इस पर्व का जश्न पूरे देश में मनाया जा रहा है। मंदिरों, घरों, चौराहों को सजाया गया है। भजन कीर्तन, जुलूस निकाले जा रहे हैं। लोगों में अपार हर्ष है, आस्था का ज्वार चरम पर है।

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विश्व का सबसे बड़ा आयोजन:

अयोध्या में हो रहा ‘प्राण-प्रतिष्ठा’ समारोह विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है। लाखों की संख्या में राम भक्तों का समागम हुआ है। विदेशी मेहमान भी इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बनने भारत आए हैं।

शांति और सौहार्द का संदेश:

इस पावन अवसर पर देशवासियों से शांति और सौहार्द का संदेश प्रसारित हो रहा है। राम के आदर्शों को जीवन में अपनाने का आह्वान किया जा रहा है। उम्मीद है कि यह मंदिर न केवल एक पूजा स्थल, बल्कि सामाजिक समरसता और राष्ट्रीय एकता का केंद्र बनेगा।

अयोध्या में गूंज उठा रामलला का ‘प्राण-प्रतिष्ठा’ महोत्सव, पूरा भारत इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनकर धन्य हो रहा है। रामलला के मंदिर में विराजमान होने से आस्था का दीप जल उठा है, जिसकी रोशनी पूरे देश को आलोकित कर रही है। यह पर्व न केवल एक धार्मिक आयोजन, बल्कि भारत के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय का शुभारंभ है।