mustafabad-imarat-giri-malwa-mein-dabe-log

दिल्ली के मुस्तफाबाद में जर्जर इमारत ढही, कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका

दिल्ली, 19 अप्रैल 2025 –दिल्ली के मुस्तफाबाद इलाके में शुक्रवार देर रात उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक जर्जर इमारत अचानक भरभरा कर गिर पड़ी। बताया जा रहा है कि इमारत काफी पुरानी थी और रात को आई तेज आंधी के बाद उसकी हालत और भी कमजोर हो गई थी।

हादसे की जानकारी

स्थानीय लोगों के अनुसार, रात करीब 2:30 बजे एक जोरदार आवाज सुनाई दी। जब लोग घरों से बाहर निकले तो देखा कि तीन मंजिला एक पुरानी इमारत पूरी तरह से मलबे में तब्दील हो चुकी है।

मलबे में दबे हो सकते हैं कई लोग

चश्मदीदों का कहना है कि हादसे के समय इमारत के अंदर कई परिवार मौजूद थे। फिलहाल मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। राहत और बचाव कार्य तेज़ी से चल रहा है।

READ  शकरपुर पुलिस ने कुख्यात मोबाइल स्नैचर गिरफ्तार, चोरी हुआ मोबाइल बरामद

NDRF और पुलिस मौके पर तैनात

घटना की सूचना मिलते ही दिल्ली पुलिस, दमकल विभाग और NDRF (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीमें मौके पर पहुंच गईं। भारी मशीनों की मदद से मलबा हटाने का कार्य जारी है।

दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया:
“हमें जैसे ही सूचना मिली, तुरंत टीमें रवाना की गईं। अब तक दो लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है। ऑपरेशन अभी जारी है।”

इलाके में दहशत का माहौल

इस हादसे के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है। बड़ी संख्या में लोग राहत और बचाव कार्य देखने के लिए जमा हो गए, जिससे पुलिस को भीड़ नियंत्रित करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा।

प्राथमिक जांच में क्या निकला?

प्राथमिक जांच में सामने आया है कि इमारत काफी पुरानी थी और पहले से ही जर्जर हालत में थी। स्थानीय लोगों ने कई बार इसकी मरम्मत को लेकर शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

READ  South Korea Plane Crash News: साउथ कोरिया में हुआ भयानक विमान हादसा: एक दिल दहला देने वाली घटना

हादसे से जुड़ी जरूरी जानकारी एक नजर में

बिंदुविवरण
घटना का स्थानमुस्तफाबाद, उत्तर-पूर्वी दिल्ली
घटना का समय19 अप्रैल की रात लगभग 2:30 बजे
प्रभावित इमारततीन मंजिला पुरानी इमारत
दबे लोग5-7 लोगों के दबे होने की आशंका
राहत कार्यNDRF, पुलिस और दमकल विभाग द्वारा जारी

प्रशासन की अपील

प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे मौके पर भीड़ ना लगाएं और राहत कार्य में बाधा ना पहुंचाएं। आसपास की अन्य जर्जर इमारतों की जांच भी शुरू कर दी गई है।

प्रातिक्रिया दे