नई दिल्ली और नोएडा के बीच हवाई यात्रा अब और भी तेज और सुविधाजनक होने वाली है। उत्तर प्रदेश सरकार ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) से जोड़ने के लिए एक हाई-स्पीड मेट्रो लाइन के निर्माण को मंजूरी दे दी है।
यह नई मेट्रो लाइन न केवल हवाई यात्रियों के लिए यात्रा समय को काफी कम कर देगी, बल्कि दिल्ली और नोएडा के बीच हवाई यातायात के दबाव को भी कम करेगी।
परियोजना के बारे में विवरण
- इस परियोजना को दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) द्वारा क्रियान्वित किया जाएगा।
- मेट्रो लाइन की लंबाई लगभग 35 किलोमीटर होगी और इसमें 12 स्टेशन होंगे।
- ट्रेनें सुपर सोनिक गति से चलेंगी, जिससे यात्रा का समय लगभग 30 मिनट हो जाएगा।
- परियोजना की अनुमानित लागत लगभग 20,000 करोड़ रुपये है।
परियोजना के लाभ
- इस परियोजना से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक पहुंच आसान हो जाएगी, जिससे हवाई यात्रियों को काफी सुविधा होगी।
- दिल्ली और नोएडा के बीच हवाई यातायात का दबाव कम होगा।
- इससे दिल्ली और नोएडा के बीच आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
- हवाई अड्डों के आसपास रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
परियोजना की समयसीमा
- परियोजना को पूरा होने में लगभग पांच साल का समय लगने का अनुमान है।
- निर्माण कार्य 2025 के अंत में शुरू होने की उम्मीद है।
यात्रियों की प्रतिक्रिया
हवाई यात्रियों ने इस परियोजना का स्वागत किया है। उनका मानना है कि इससे उनकी यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा और उन्हें हवाई अड्डों तक पहुंचने में आसानी होगी।
एक नियमित हवाई यात्री, राहुल शर्मा ने कहा, “यह परियोजना लंबे समय से लंबित थी। अब इससे न केवल हवाई यात्रा सुखद हो जाएगी, बल्कि दिल्ली और नोएडा के बीच व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।”
अगले कदम
दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन अब इस परियोजना के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार करेगी। डीपीआर तैयार होने के बाद, परियोजना को मंजूरी के लिए केंद्र सरकार के पास भेजा जाएगा।
दिल्ली और नोएडा के हवाई यात्रियों को उम्मीद है कि यह परियोजना जल्द से जल्द शुरू हो जाएगी और उन्हें सुपर सोनिक गति से यात्रा करने का लाभ मिलेगा।