सोने की चमक हमेशा से निवेशकों और गहना प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र रही है। लेकिन 2024 में सोने की मांग ने नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। विश्व स्वर्ण परिषद (World Gold Council) की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में सोने की वैश्विक मांग 4,974.5 टन तक पहुंच गई, जो 2023 के 4,945.9 टन के मुकाबले 1% की वृद्धि है। वहीं, भारत में सोने की मांग ने वैश्विक औसत को पीछे छोड़ते हुए 5% की उछाल दर्ज की। यह आंकड़ा दर्शाता है कि सोने की कीमत 2025 के अंत तक 90,000 रुपये के पार पहुंचने की संभावना है।
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सोने की कीमतों में उछाल: क्या हैं कारण?
सोने की कीमतों में यह उछाल कई कारकों का परिणाम है। पहला, वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और मुद्रास्फीति ने निवेशकों को सोने की ओर आकर्षित किया है। दूसरा, भारत में शादी-समारोह और त्योहारों के दौरान सोने की मांग में वृद्धि हुई है। विश्व स्वर्ण परिषद के अनुसार, 2024 में भारत में सोने की कुल मांग 802.8 टन रही, जो 2023 के 761 टन के मुकाबले 5% अधिक है।
सोने की कीमतों में यह वृद्धि मूल्य के लिहाज से और भी प्रभावशाली रही। 2024 में सोने की कुल मांग का मूल्य 5,15,390 करोड़ रुपये रहा, जो 2023 के 3,92,000 करोड़ रुपये के मुकाबले 31% अधिक है।
निवेश के रूप में सोने की बढ़ती लोकप्रियता
2024 में सोने की मांग में सबसे बड़ा योगदान निवेशकों का रहा। वैश्विक स्तर पर सोने में निवेश 25% बढ़कर 1,180 टन हो गया। भारत में यह आंकड़ा 239 टन तक पहुंचा, जो 2013 के बाद से सबसे अधिक है। स्थानीय मुद्रा में यह मांग 1.5 लाख करोड़ रुपये की रही, जो 2023 के मुकाबले 60% अधिक है।
विश्व स्वर्ण परिषद के भारत क्षेत्रीय CEO, सचिन जैन के अनुसार, “2025 में भारत में सोने की कुल मांग 700 से 800 टन के बीच रहने की उम्मीद है। शादी-समारोह से जुड़ी खरीदारी और कीमतों में स्थिरता के कारण सोने के गहनों की मांग में वृद्धि हो सकती है।”

सोने की कीमतों में रिकॉर्ड उछाल
पिछले एक साल में सोने की कीमतों ने कई नए रिकॉर्ड बनाए हैं। ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन के अनुसार, मंगलवार को सोने की कीमतों में 500 रुपये की वृद्धि हुई और यह 85,800 रुपये प्रति 10 ग्राम के नए शिखर पर पहुंच गई। यह वृद्धि ज्वैलर्स और रिटेलर्स की मजबूत मांग के कारण हुई।
इस साल सोने की कीमतों में 6,410 रुपये या 8.07% की वृद्धि हुई है। 1 जनवरी, 2024 को सोने की कीमत 79,390 रुपये प्रति 10 ग्राम थी, जो अब 85,800 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई है।
गहनों की मांग में मामूली गिरावट
हालांकि, 2024 में भारत में गहनों की मांग में 2% की गिरावट देखी गई। 2024 में गहनों की मांग 563.4 टन रही, जो 2023 के 575.8 टन के मुकाबले कम है। यह गिरावट इस तथ्य के बावजूद हुई कि सोने की कीमतों ने कई नए रिकॉर्ड बनाए। सचिन जैन के अनुसार, “यह गिरावट भारत में सोने के गहनों की मांग की लचीलापन और जुलाई में ड्यूटी में कटौती के प्रभाव को दर्शाती है।”
जुलाई में ड्यूटी में कटौती के बाद सोने की कीमतों में फिर से उछाल आया, और नवंबर में कीमतों में सुधार ने निवेशकों को आकर्षित किया।
2025 के लिए आउटलुक
विश्व स्वर्ण परिषद का अनुमान है कि 2025 में सोने की कीमतें और बढ़ सकती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, सोने की कीमतें 2025 के अंत तक 90,000 रुपये के पार पहुंच सकती हैं। यह वृद्धि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, मुद्रास्फीति और भारत में सोने की बढ़ती मांग के कारण होगी।
सोने की मांग से जुड़े आंकड़े (2024)
पैरामीटर | 2024 (टन) | 2023 (टन) | वृद्धि/गिरावट |
---|---|---|---|
वैश्विक सोने की मांग | 4,974.5 | 4,945.9 | +1% |
भारत में सोने की मांग | 802.8 | 761 | +5% |
गहनों की मांग | 563.4 | 575.8 | -2% |
निवेश की मांग | 239.4 | 185.2 | +29% |
सोने की मौजूदा कीमतों का ट्रेंड
भारत में सोने की कीमतें पहले ही कई बार रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच चुकी हैं। जनवरी 2025 तक सोने की कीमत ₹85,800 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच चुकी है, जो 2024 की शुरुआत में ₹79,390 प्रति 10 ग्राम थी।
साल | सोने की कीमत (₹/10 ग्राम) | वृद्धि का प्रतिशत |
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2023 | ₹79,390 | — |
2024 | ₹85,800 | 8.07% |
2025 (अनुमान) | ₹90,000+ | — |
विशेषज्ञों की राय: 2025 में क्या हो सकता है?
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल और वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि सोने की कीमतें चरम पर 2025 में भी जारी रहेंगे। घरेलू मांग और वैश्विक बाजार के प्रभाव के कारण सोने की कीमतें बढ़ती रहेंगी।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के क्षेत्रीय सीईओ सचिन जैन ने कहा:
“शादी से जुड़ी खरीदारी के कारण 2025 में सोने की ज्वेलरी की मांग में सुधार होने की संभावना है, बशर्ते कीमतों में स्थिरता बनी रहे।”
2025 में भारत की कुल सोने की मांग 700-800 टन के बीच रहने का अनुमान है।
सोने में निवेश के फायदे:
- धन की सुरक्षा: सोना महंगाई और मुद्रा मूल्य में गिरावट से बचाता है।
- पोर्टफोलियो में विविधता: सोना आपके निवेश पोर्टफोलियो का जोखिम कम करता है।
- उच्च तरलता: सोना आसानी से नकदी में बदला जा सकता है।
सोना हमेशा से एक सुरक्षित निवेश और सांस्कृतिक महत्व का प्रतीक रहा है। 2024 में सोने की मांग और कीमतों में हुई वृद्धि ने इसकी लोकप्रियता को और बढ़ा दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि सोने की कीमतें 2025 के अंत तक 90,000 रुपये के पार पहुंच सकती हैं। यदि आप सोने में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो यह सही समय हो सकता है।
अधिक जानकारी के लिए विश्व स्वर्ण परिषद की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
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