दिल्ली, भारत की राजधानी, चमक-दमक और विकास के लिए जानी जाती है। लेकिन इसी दिल्ली में एक ऐसा गांव भी है, जहां लोग नर्क में जीने को मजबूर हैं। हम बात कर रहे हैं करावल नगर विधानसभा क्षेत्र में आने वाले गांव सभापुर की। पिछले 1 साल से इस गांव के लोग गंदगी, प्रदूषण और बीमारियों से जूझ रहे हैं।
गांव सभापुर में गंदगी का अंबार
सभापुर गांव में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं, नालियां चोक हैं, और सड़कें टूटी हुई हैं। इस गंदगी से बीमारियां फैल रही हैं, और लोगों का जीवन खतरे में है।
प्रदूषण का खतरा
गांव के आसपास कई फैक्टरियां हैं, जिनसे निकलने वाले धुएं से प्रदूषण का स्तर बहुत ज्यादा है। इस प्रदूषण से लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है, और कई लोगों को गंभीर बीमारियां भी हो रही हैं।
कैंसर का खतरा:
गांव में कैंसर के मामलों में भी तेजी से इजाफा हुआ है। पिछले कुछ सालों में कई लोगों की कैंसर से मौत हो चुकी है। लोगों का कहना है कि यह सब गंदगी और प्रदूषण की वजह से हो रहा है।
सरकार की अनदेखी
गांव के लोगों ने कई बार प्रशासन से गुहार लगाई है, लेकिन उनकी समस्याओं का कोई समाधान नहीं हुआ है। लोग सरकार की अनदेखी से नाराज हैं, और उनका कहना है कि उन्हें नर्क में जीने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
क्या होगा समाधान?
गांव की समस्याओं का समाधान तभी होगा जब सरकार इस ओर ध्यान देगी। गंदगी और प्रदूषण को कम करने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए। लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जानी चाहिए।