वॉशिंगटन डी.सी., 7 मई 2025 अमेरिका की प्रतिष्ठित कोलंबिया यूनिवर्सिटी ने संघीय अनुसंधान फंडिंग में आई भारी गिरावट के चलते लगभग 180 शोधकर्ताओं को नौकरी से निकाल दिया है। यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है कि यह स्थिति पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल के दौरान की गई फंडिंग कटौती का दीर्घकालिक परिणाम है, जो अब पूरी तरह सामने आ रहा है।
छंटनी मुख्य रूप से बायोमेडिकल और क्लाइमेट साइंस विभागों में हुई है, जो पहले नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH), एनवायरनमेंटल प्रोटेक्शन एजेंसी (EPA) और अन्य संघीय एजेंसियों से फंड प्राप्त कर रहे थे।
यूनिवर्सिटी द्वारा जारी एक आंतरिक ज्ञापन में कहा गया है, “ट्रंप प्रशासन की नीतियों के कारण अनुसंधान फंडिंग में जो कटौती की गई थी, उसकी वजह से अब हमें यह कठिन निर्णय लेना पड़ा है।”
शोधकर्ताओं और छात्रों में इस फैसले को लेकर नाराजगी है। पर्यावरण विभाग में वरिष्ठ शोधकर्ता डॉ. मारिसा केंट ने कहा, “हमने पहले ही चेतावनी दी थी कि फंडिंग कटौती का असर एक दिन गंभीर रूप लेगा। अब हम अपनी प्रयोगशालाएं खाली कर रहे हैं।”
विशेषज्ञों का कहना है कि यह सिर्फ एक यूनिवर्सिटी की समस्या नहीं है, बल्कि यह पूरे अमेरिकी अनुसंधान तंत्र के लिए एक चेतावनी है।
यूनिवर्सिटी प्रशासन अब केंद्र सरकार और कांग्रेस से अपील कर रहा है कि दीर्घकालिक अनुसंधान को बचाने के लिए स्थायी और मजबूत फंडिंग प्रणाली बनाई जाए, ताकि अमेरिकी विज्ञान और नवाचार वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बने रह सकें।