करावल नगर, दिल्ली: करावल नगर चौक से शिव विहार जाने वाले मुख्य मार्ग पर आज एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसने एक बार फिर इलाके की बदहाल सड़कों की पोल खोल दी। MCD दिल्ली की लापरवाही और वर्षों से रुके विकास कार्यों की वजह से आज एक बैटरी रिक्शा सड़क पर पलट गया। इस दुर्घटना में एक बुजुर्ग महिला (70 वर्ष लगभग) और एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए। रिक्शा पलटने के बाद दोनों के पैर उसके नीचे दब गए, जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई।
स्थानीय लोगों ने तुरंत घायलों को रिक्शे के नीचे से निकाला और अस्पताल पहुंचाया। चश्मदीदों के मुताबिक, इस सड़क की खस्ता हालत की वजह से आए दिन ऐसे हादसे होते रहते हैं। लोगों ने बताया कि सड़क पर गड्ढे इतने ज्यादा हैं कि वाहन चलाना जोखिम भरा हो गया है।
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करावल नगर में विकास कार्य ठप, जनता बेहाल
करावल नगर में सड़कों की बदहाली और मूलभूत सुविधाओं की कमी कोई नई बात नहीं है। पिछले 10 वर्षों से इलाके में विकास कार्य नाममात्र ही हुए हैं। टूटी-फूटी सड़कों, जाम पड़ी नालियों और खराब जनसुविधाओं ने लोगों की जिंदगी मुश्किल बना दी है। यहां के निवासियों को रोजमर्रा की जरूरतों के लिए भी जूझना पड़ता है।
स्थानीय निवासी रमेश कुमार ने बताया, “यहां की सड़कों की हालत इतनी खराब है कि पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। रिक्शा, बाइक और कार चालकों को हर दिन जान जोखिम में डालकर सफर करना पड़ता है। हमने कई बार प्रशासन से शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।”
राजनीतिक लापरवाही का नतीजा है बदहाल करावल नगर
करावल नगर के लोग बेहद नाराज हैं। उनका कहना है कि चुनाव के दौरान बड़े-बड़े वादे किए जाते हैं, लेकिन जीतने के बाद नेताओं को जनता की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं रहता। न सड़कें बनती हैं, न नालियां साफ होती हैं और न ही दूसरी मूलभूत सुविधाओं पर ध्यान दिया जाता है।
इलाके की एक अन्य निवासी, सुनीता देवी कहती हैं, “पिछले 10 सालों में हमने सिर्फ वादे सुने हैं। विकास के नाम पर यहां कुछ भी नहीं बदला। हमें लगता है कि सरकार को सिर्फ वोटों की चिंता है, जनता की परेशानियों से कोई मतलब नहीं।”
सरकार को तुरंत उठाने होंगे ठोस कदम
करावल नगर के लोग अब चाहते हैं कि भाजपा सरकार और MCD इस समस्या को गंभीरता से लें और इलाके में जरूरी विकास कार्यों को प्राथमिकता दें। सड़क निर्माण, नाली सफाई और अन्य जनसुविधाओं के लिए तुरंत कदम उठाए जाएं ताकि आए दिन होने वाले हादसों को रोका जा सके।
यह हादसा सिर्फ एक चेतावनी है कि अगर प्रशासन ने जल्द ध्यान नहीं दिया तो हालात और भी बिगड़ सकते हैं। करावल नगर की जनता अब बदलाव चाहती है, और इस बार सिर्फ वादे नहीं, बल्कि जमीनी काम देखना चाहती है।