रांची, 31 जनवरी, 2024: झारखंड की राजनीति में आज भूचाल आ गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को कथित भूमि घोटाला मामले में गिरफ्तार कर लिया है। सुबह रांची स्थित आवास से सोरेन को हिरासत में लिया गया।
क्या है मामला?
आरोप है कि मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए सोरेन ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए खनन पट्टे हासिल करने के लिए अवैध तरीके अपनाए। ईडी के अनुसार, वर्ष 2008-09 में रांची के अनगड़ा में खनन पट्टे के आवेदन के दौरान सोरेन ने अपनी खनन कंपनी को लाभ पहुंचाने के लिए नियमों को ताक पर रखा। जांच में पाया गया कि सोरेन के करीबी सहयोगी पंकज मिश्रा कथित तौर पर इस खनन कंपनी के शेयरधारक थे।
ईडी की क्या है कार्रवाई?
ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत सोरेन और उनके सहयोगियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। लंबी जांच के बाद आज सुबह सोरेन को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें रांची स्थित ईडी कार्यालय ले जाया गया, जहां पूछताछ जारी है।
झारखंड राजनीतिक समीकरण बदलेगा?
सोरेन की गिरफ्तारी से झारखंड की राजनीति में भूकंप आ गया है। सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के अध्यक्ष होने के नाते उनकी गिरफ्तारी के दूरगामी परिणाम हो सकते हैं। पार्टी समर्थक प्रदर्शन कर सकते हैं और सत्ता परिवर्तन की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता।
क्या कहते हैं राजनीतिक विशेषज्ञ?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि सोरेन की गिरफ्तारी का झारखंड की राजनीति पर गहरा असर पड़ेगा। अगले कुछ दिनों में राज्य में सियासी घमासान देखने को मिल सकता है। यह भी देखना होगा कि ईडी कोर्ट में सोरेन के खिलाफ कितने मजबूत सबूत पेश करती है और कोर्ट उन्हें जमानत देता है या जेल भेजता है।