नई दिल्ली, 17 अप्रैल: आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता दुर्गेश पाठक के दिल्ली स्थित घर पर गुरुवार सुबह केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने छापा मारा। पार्टी ने इस छापे को राजनीति से प्रेरित बताया है। पार्टी का दावा है कि ये कार्रवाई इसलिए की गई क्योंकि कुछ ही दिन पहले दुर्गेश पाठक को गुजरात विधानसभा चुनाव 2027 के लिए सह-प्रभारी नियुक्त किया गया था।
AAP के राष्ट्रीय महासचिव संदीप पाठक ने एक्स (पहले ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा,
“CBI का दुर्गेश पाठक के घर पर छापा साफ संकेत देता है कि BJP को गुजरात में AAP के बढ़ते प्रभाव से डर लगने लगा है। जैसे ही दुर्गेश को गुजरात का सह-प्रभारी बनाया गया, उनके खिलाफ जांच शुरू हो गई।”
CBI ने दुर्गेश पाठक पर विदेशी फंडिंग से जुड़े मामलों में एफसीआरए (Foreign Contribution Regulation Act) के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए केस दर्ज किया है।
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए AAP सांसद संजय सिंह ने कहा,
“BJP फिर अपना गंदा खेल खेलने लगी है। जैसे ही दुर्गेश पाठक को गुजरात का सह-प्रभारी बनाया गया, वैसे ही CBI उनके घर भेज दी गई। मोदी सरकार ने AAP को खत्म करने के लिए हर हथकंडा अपनाया, लेकिन फिर भी चैन नहीं मिला। गुजरात में BJP की हालत खराब है।”
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पंजाब में भी AAP नेता के घर ED का छापा
इससे पहले मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पंजाब के मोहाली में AAP विधायक कुलवंत सिंह के घर पर छापा मारा। यह कार्रवाई ₹48,000 करोड़ के PACL घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हुई थी।
ED की टीम दिल्ली से पहुंची थी और स्थानीय पुलिस की मदद से छापेमारी की गई। यह छापा जेएलपीएल (Janta Land Promoters Limited) इलाके में स्थित उनके घर पर पड़ा, जो उनके रियल एस्टेट बिजनेस से जुड़ा हुआ है। उस समय कुलवंत सिंह घर पर मौजूद नहीं थे, लेकिन उनके परिवार के सदस्यों से पूछताछ की गई।
क्या कहती है AAP?
AAP का कहना है कि पार्टी को लगातार केंद्र सरकार की एजेंसियों द्वारा निशाना बनाया जा रहा है। पार्टी नेताओं का मानना है कि यह सब उनके बढ़ते राजनीतिक प्रभाव को दबाने की कोशिश है, खासकर गुजरात जैसे राज्यों में, जहां AAP ने हाल ही में अपनी उपस्थिति मजबूत की है।
CBI और ED की इन कार्रवाइयों को लेकर राजनीतिक हलकों में हलचल तेज है। जहां BJP इसे कानूनी कार्रवाई बता रही है, वहीं AAP इसे बदले की भावना से की गई कार्रवाई बता रही है। आने वाले समय में यह मुद्दा और गरमाने की संभावना है, खासकर गुजरात और पंजाब की राजनीति में।